मुखिया राजेश सहनी के मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव, वारिसनगर थाने में की तोड़फोड़.
वारिसनगर के मुखिया राजेश सहनी के मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी के गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव के साथ थाने का किया घेराव,पुलिस पर किया पथराव। बाजार को बंद करा लगाया पुलिस - प्रशासन विरोधी नारे.

समस्तीपुर जिले के वारिसनगर के गोही पंचायात के मुखिया राजेश कुमार सहनी का शव शुक्रवार शाम जैसे ही पटना से गांव पहुंचा ग्रामीण आक्रोशित हो गए। लोगों ने वारिसनगर मुख्य चौराहा को जाम कर पुरे बाजार को बंद करा दिया।
आक्रोशित भीड़ आरोपितों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग को लेकर सभी थाने पहुंच रोष जताने लगे। उन्होंने पहले वारिसनगर थाने का घेराव किया। उसके बाद थाने पर रोड़ेबाजी भी कर दी। कुछ लोगों ने थाने में तोड़फोड़ भी की। इससे थाने में लगे शीशे व कुछ उपस्कर टूट गये। इससे थाने में अफरापतफरी मच गयी। इसकी सूचना मिलने पर कई थाने की पुलिस पहुंची फिर भी लोग शांत नहीं हुए। तब सदर डीएसपी प्रीतिश कुमार पहुंचे और सभी आरोपितों की गिरफ्तारी करने का आश्वासन देकर सभी को शांत किया।
बता दें कि बदमाशों की गोली से जख्मी गोही पंचायत के मुखिया राजेश सहनी आठ दिन बाद जिंदगी की जंग हार गये। उन्होंने शुक्रवार को इलाज के दौरान पटना के अस्पताल में दम तोड़़ दिया। बदमाशों ने 24 दिसंबर को दिनदहाड़े गोही गाछी के समीप गोली मार मुखिया को जख्मी कर दिया था। उस समय मुखिया अपनी बाइक से किसी काम से किसनपुर की ओर जा रहे थे। बदमाशों की गोली से जख्मी होने के बाद मुखिया को स्थानीय लोगों ने पीएचसी में भर्ती कराया था, जहां उन्हें दरभंगा रेफर किया गया था।
परिजनों ने उन्हें दरभंगा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां रात्रि साढ़े नौ बजे के बाद ऑपरेशन कर गोली निकाल दी गई थी। फिर शरीर से अत्यधिक खून बह जाने व सांस लेने में हो रही कठिनाई के कारण स्थिति बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें 29 दिसंबर को पटना रेफर कर दिया था। जहां तीन दिनों तक उन्होंने मौत से संघर्ष किया। लेकिन उससे जीत नहीं सके।
पत्नी ने सात लोगों को किया आरोपित : मुखिया को गोली मार जख्मी करने के मामले में 30 दिसंबर को मुखिया की पत्नी रूपा सहनी ने वारिसनगर थाने प्राथमिकी दर्ज करायी थी। जिसमें उसी पंचायत के पूर्व मुखिया विपिन कुमार ठाकुर, भाजपा उत्तरी मंडल अध्यक्ष अर्जुन ठाकुर, इंदिरा आवास सहायक नीलमणि सिंह, राजद नेता मो. अली इमाम, मो. तारे, मो. जहांगीर व मो.सितारे को आरोपित किया है।
प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच की प्रक्रिया तेज करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाला, लेकिन उसमें संदिग्धों का चेहरा स्पष्ट नहीं दिखने के कारण पुलिस परेशानी महसूस कर रही है। संदिग्धों के चेहरे पर हेमलेट व मास्क रहने के कारण चेहरा स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। थानाध्यक्ष परशुंजय कुमार ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। सभी आरोपित घर से फरार है।