Samastipur News : ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी’ कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को लेकर डीएम ने की बैठक.

समस्तीपुर जिले के सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी’ कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। इसके सफल क्रियान्वयन को लेकर जिलाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में अधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में डीएम ने कहा कि प्रखंड स्तरीय टीम का गठन करें। इस टीम का नाम तकनीकी क्षेत्र सर्वेक्षण दल रखने को कहा। प्रखंड स्तरीय टीम को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जल संसाधन विभाग के पदाधिकारी को इसका नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।
इसमें जिला कृषि पदाधिकारी एवं डीआइओ एनआइसी को शामिल किया गया है। ये तीनों मिलकर जवाहर नवोदय विद्यालय में चार और पांच जनवरी को प्रशिक्षण करवाएंगे। प्रशिक्षण के दौरान सिंचित एवं असिंचित क्षेत्रों की भी जानकारी भी दी जाएगी। प्रशिक्षण को लेकर पीपीटी तैयार करने को कहा है। पीपीटी के माध्यम से ही प्रशिक्षक इसकी प्रस्तुतीकरण करेंगे। सर्वे कराने के बाद उसका डाटा उपलब्ध कराने को कहा गया।

डीएम ने जिला कृषि पदाधिकारी से कहा कि एक व्हाट्सएप ग्रुप हर खेत को पानी के नाम से बनाएं और उसमें इस अभियान से जुड़े सभी कर्मियों एवं अधिकारियों को जोड़ेंगे। इस बैठक में अपर समाहर्ता विनय कुमार राय, उप विकास आयुक्त संजय कुमार, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग के सभी कार्यपालक अभियंता, लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, डीआइओ एनआइसी समेत अन्य मौजूद रहे।
जिस पैक्स ने धान नहीं खरीदी वहां डीसीओ कराएंगे क्रय : जिलाधिकारी की अध्यक्षता में शनिवार को धान अधिप्राप्ति से संबंधित समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में डीएम ने कहा कि धान अधिप्राप्ति नहीं करने वाले पैक्स से जिला सहकारिता पदाधिकारी बात करके किसानों से धान की अधिप्राप्ति एवं भुगतान कराना सुनिश्चित करें। साथ ही धान को मिलों तक पहुंचाने की व्यवस्था करें। जिन पैक्सों के द्वारा धान की अधिप्राप्ति की गई है, उसे मिलों तक पहुंचाया गया है कि नहीं उसका सत्यापन का कार्य कराने का निर्देश संबंधित सहकारिता पदाधिकारियों को दिया।
डीएम ने डीसीओ को निर्देश दिया कि अगर मिलरों के द्वारा खराब चावल दिया जा रहा है तो संबंधित मिलरों से स्पष्टीकरण करें। जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया अचीवमेंट वाले पैक्सों, व्यापार मंडलों का रिपोर्ट देखकर किसानों के द्वारा धान बेचने के लिए इच्छुक है या नहीं, इसकी जांच किसान सलाहकारों से कराएं।