Samastipur : समस्तीपुर मंडल कारा में एक कैदी की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल जाने के क्रम में हुई मौत.

समस्तीपुर मंडल कारा में रविवार देर रात एक विचाराधीन बंदी की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक की पहचान स्व दसई चौघरी के पुत्र 70 वर्षीय पुत्र गुरुचरण चौधरी के रूप में बताई गई है। वह पटना जिला के पटसा बाजार थाना के इस्माइलनगर का रहने वाला हैं। जेल प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के कारण वर्ष 2020 के 23 मई को फुलवारी शरीफ मंडल कारा से समस्तीपुर मंडल कारा स्थानांतरित किया था। घटना के बाद मंडल कारा प्रशासन द्वारा मृतक के स्वजनों को सूचना देकर बुलाया गया। जिसके बाद प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी अरुण कुमार के समक्ष मेडिकल टीम ने शव का अंत्यपरीक्षण किया।
घटना के संबंध में मंडल कारा प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रविवार देर रात वृद्धजन वार्ड में विचाराधीन बंदी गुरुचरण चौधरी को अचानक सीने में दर्द हुआ। कारा प्रशासन ने मंडल कारा अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया और आनन-फानन में उसे एंबुलेंस से सदर अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत मृत घोषित कर दिया।

जेल उपाधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि मृतक गुरुचरण चौधरी एक हत्या मामले का विचाराधीन बंदी था। पटना जिला के पटसा बाजार थाना कांड संख्या 68/18 में धारा 302, 34 (भा.द.वि.) का अभियुक्त था। कोरोना संक्रमण के कारण वर्ष 2020 में 23 मई को फुलवारी शरीफ मंडल कारा से स्थानांतरित होकर समस्तीपुर मंडल कारा में आया था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी करते हुए मृतक के स्वजनों को बुलाकर शव सौंप दिया।
दहेज हत्या मामले में हुई थी सजा : सूचना पर पहुंचे मृतक गुरुचरण चौधरी के पुत्र चंदन चौधरी ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व दहेज हत्या के एक मामले में उसके पिता और भाई को जेल की सजा मिली थी। अपने दो भाइयों में वह छोटा है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व घरेलू कलह में बड़े भाई की पत्नी ने खुदकुशी कर ली। मायके वालों ने बड़े भाई और पिता पर दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। करीब डेढ़ वर्षो से उसके पिता और भाई जेल में बंद हैं। कोरोना संक्रमण के कारण वर्ष 2020 में 23 मई को फुलवारीशरीफ से मंडल कारा समस्तीपुर में पिता का स्थानांतरण कर दिया गया।