Samastipur : समस्तीपुर में सरकारी आदेश की अनदेखी, सभी कॉलेजों में छात्राओं से वसूले जा रहे नामांकन शुल्क.
"मुख्यमंत्री के घोषणा के बावजूद एससी-एसटी छात्रों और सभी छात्राओं को निशुल्क शिक्षा में बाधा उत्पन्न की जा रही है। नामांकन शुल्क के नाम पर छात्र -छात्राओं का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। राज्य सरकार के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए छात्राओं एवं अनुसूचित जाति -अनुसूचित जनजाति के छात्रों से नामांकन शुल्क वसूला जा रहा है."

समस्तीपुर, 5 जनवरी '21 | दिव्यांशु राय
समस्तीपुर में मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद एससी-एसटी छात्रों और सभी छात्राओं को निशुल्क शिक्षा में बाधा उत्पन्न की जा रही है। नामांकन शुल्क के नाम पर छात्र -छात्राओं का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। जिले के सभी प्लस टू सरकारी स्कूल एवं कॉलेजों में राज्य सरकार के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए छात्राओं एवं अनुसूचित जाति -अनुसूचित जनजाति के छात्रों से नामांकन शुल्क वसूला जा रहा है। जबकि सभी जाति की छात्राओं एवं एससी-एसटी के छात्रों से बिना शुल्क लिए नामांकन लेना है। इनका नामांकन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स (ओएफएसएस) सिस्टम के आए मेल के आधार पर ही कर देना है। उनसे किसी प्रकार का नामांकन फार्म एवं नामांकन शुल्क नहीं लेना है।
लेकिन उसके बाद भी जिले के अधिकांश कॉलेज में नामांकन शुल्क लिया जा रहा है। जब इसकी शिकायत छात्राएं प्राचार्य से कर रही हैं तो उन्हें सीधे यह कहा जा रहा है कि उन्हें जहां जाना है जाएं। यहां बिना शुल्क दिए नामांकन नहीं होगा। बता दें कि बिहार सरकार ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिलाओं के स्नातकोत्तर स्तर तक नामांकन के सभी शुल्क माफी योजना जो शिक्षा विभाग के संकल्प संख्या 15/ एम1-197-2014-1457 दिनांक 24/07/2015 में वर्णित है।
इसको लेकर एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने समस्तीपुर महाविद्यालय परिसर में सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने मांगों से संबंधित बैनर पोस्टर के साथ कॉलेज परिसर में नारेबाजी की। इस दौरान एसएफआई जिला सचिव मंडल सदस्य रवीश कुमार की अध्यक्षता में एक सभा भी हुई।

सभा को संबोधित करते हुए छात्र नेता रूपेश कुमार ने छात्र-छात्राओं की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। जिलामंत्री आनंद कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद एससी-एसटी छात्रों और सभी छात्राओं को निशुल्क शिक्षा में बाधा उत्पन्न की जा रही है। नामांकन शुल्क के नाम पर छात्र -छात्राओं का आर्थिक शोषण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एक दशक से महाविद्यालय परिसर में स्थित श्रीकृष्णा छात्रावास का भवन जर्जर है। इसकी मरम्मत नहीं कराई गई। जबकि बार-बार अनुरोध भी किया गया। महाविद्यालय प्रशासन से एससी-एसटी छात्रों और सभी छात्राओं को मुफ्त नामांकन करने, श्रीकृष्णा छात्रावास को मरम्मत करने, परीक्षा भवन की ओर जाने वाली सड़क पर लगे गेट पर ताला लगाने, एससी-एसटी छात्र और सभी छात्राओं से लिया नामांकन शुल्क वापस करने, शैक्षणिक व्यवस्था बहाल करने, छात्रवृत्ति घोटाले पर रोक लगाने की मांग की। जिला मंत्री ने कहा कि यदि समय रहते उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन करने को विवश हो जाएंगे। इस मौके पर गुंजन कुमार, संतोष कुमार, राकेश कुमार, रणवीर कुमार, लालू कुमार, चंदन कुमार, राहुल कुमार, रौशन कुमार, मुस्कान कुमार, बसंत कुमार, शित कुमार समेत कई अन्य दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।